पृथ्वी के जीवों का इतिहास
पृथ्वी का इतिहास
पृथ्वी के इतिहास का अध्ययन करने की दो विधियां हैं।
1. पृथ्वी के सबसे पुरानी चट्टानों के आधार पर, ये चट्टान 3.9 अरब वर्ष पुरानी हैं।
2. चंद्रमा की चट्टानों के आधार पर अध्यन किया जाता हैं। जो 4.6अरब वर्ष पुरानी हैं।
पृथ्वी के जीवों का इतिहास— एक अवधारणा के आधार पर प्रागौतिहासिक पंचांग की शुरुवात की गई।
1. महा कल्प
2. कल्प
3. युग
प्रागौतिहासिक पंचांग को पांच कल्प में बाटा गया।
1. आदिकल्प
2. प्रदिकल्प
3. पुराकल्प
4. मध्यकल्प
5. नूतनकल्प ( मानव जन्म इसी कल्प में बताया जाता हैं)
वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर युगों का वर्गीकरण
1. आर्कियोजोइक युग (Archaeozoic era)
2. प्रोटोजोइक युग (Proterozoic era)
3. पैलियोजोइक युग (पुराजीवी महाकल्प)
4. मिसोजोइक (Mesozoic) युग (मध्यजीवी महाकल्प)
5. सिनोजोइक युग (Cenozoic Era)
6. नियोजोइक युग Neozoic Era ( मानव की उत्पति)
पृथ्वी पर जीवों को लेकर दो विचारधाराएं (1950 के अंतराल)
1. क्रांतिकारी विचारधारा—इस विचारधारा के अंतर्गत पृथ्वी पर जीवों का विकास ईश्वरीय देन मानते थे। इस विचारधारा के अनुसार पृथ्वी और उस पर जीवों की उत्पत्ति एक निश्चित समय में हुई है। इस विचार धारा के प्रणेता “विश्व अरशद” थे। जो एक पादरी थे। उन्होंने अपनी पुस्तक “विश्व की गाथा” में बताया था। कि पृथ्वी 4004 B.C में 22 अक्टूबर सुबह 7:00 बजे पृथ्वी पैदा हुई।
2. उद्भव वादी विचारधारा —इस विचारधारा के लोगों का माना था। कि जीवों का एक अपना इतिहास है। जोकि क्रमिक रूप से आगे बढ़ हैं। इस विचारधारा की विद्वान पृथ्वी पर जीवों के क्रमिक विकास को स्वीकार करते हैं। इस विचारधारा के प्रमुख “चार्ल्स डार्विन” थे। इन्होंने अपनी पुस्तक “ओरिजिन ऑफ स्पीशीज” को 1859 में प्रकाशित करके जीवों के क्रमिक विकास को स्पष्ट किया।
इस पुस्तक में बताया कि सबसे पहले एक कोशिका जीव पैदा हुआ। इसके उपरांत उससे बहुकोशिकीय जीव पैदा हुए। चार्ल्स डार्विन ने इस पुस्तक में उन्होंने बताया कि मानव तो बंदर की संतान है।
चार्ल्स डार्विन के द्वारा पृथ्वी पर जीवों के विकास को 5 चरणों में बताया गया है।
1. मोनेरा जीव — यह जीव एक कोशिकीय जीव है। तथा केंद्रक विहिन जीव होते हैं।
उदाहरण— नीले हरे शैवाल, जीवाणु आदि।
2. प्रोटिस्टा प्रकार के जीव—यह भी एक कोशिकीय जीव है। परंतु इसमें केंद्रक पाया जाता है।
उदाहरण— प्रोटोजोआ प्रकार के जीव।
3. फंगी प्रकार के जीव। उदाहरण—कवक
4. पेड़–पौधे।( Plants)
5. जीव–जंतु।(Organism)