भारत अपनी समृद्ध जैव विविधता और विविध वन्य जीवन के लिए प्रसिद्ध है। देश ने अपनी अनूठी वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए कई वन्यजीव अभयारण्य स्थापित किए हैं। यहां भारत में कुछ प्रसिद्ध वन्यजीव अभयारण्य हैं:
1. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (उत्तराखंड): 1936 में स्थापित, यह भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है और बंगाल बाघों की आबादी के लिए प्रसिद्ध है। हिमालय की तलहटी में स्थित यह पार्क विविध पक्षी प्रजातियों और अन्य वन्यजीवों का भी घर है।
2. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम): एक सींग वाले गैंडों की आबादी के लिए जाना जाने वाला काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। यह ब्रह्मपुत्र नदी के बाढ़ क्षेत्र में स्थित है और एक महत्वपूर्ण बाघ अभयारण्य भी है।
3. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान): सवाई माधोपुर शहर के पास स्थित, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान बंगाल बाघों की आबादी के लिए जाना जाता है। पार्क के परिदृश्य में प्राचीन खंडहर और एक ऐतिहासिक किला है, जो वन्यजीवों के दर्शन के लिए एक अनूठी पृष्ठभूमि प्रदान करता है।
4. पेरियार वन्यजीव अभयारण्य (केरल): पश्चिमी घाट में स्थित, पेरियार वन्यजीव अभयारण्य हाथियों की आबादी और सुंदर पेरियार झील के लिए जाना जाता है। यह नाव सफ़ारी के अवसर प्रदान करता है और विभिन्न पक्षी प्रजातियों, सरीसृपों और स्तनधारियों का घर है।
5. सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान (पश्चिम बंगाल): यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल दुनिया का सबसे बड़ा मैंग्रोव वन है और रॉयल बंगाल टाइगर का घर है। गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा में स्थित, यह वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध जैव विविधता वाला एक अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्र है।
6. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान (मध्य प्रदेश): बाघों की उच्च घनत्व के लिए प्रसिद्ध, बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान विंध्य रेंज में स्थित है। यहां तेंदुए, हिरण और विभिन्न प्रकार की पक्षी प्रजातियों के दर्शन भी होते हैं।
7. गिर राष्ट्रीय उद्यान (गुजरात): गिर राष्ट्रीय उद्यान एशियाई शेरों की अंतिम शरणस्थली है। यह इस लुप्तप्राय प्रजाति की रक्षा के लिए अपने सफल संरक्षण प्रयासों के लिए जाना जाता है। यह पार्क तेंदुए, हिरण और विभिन्न पक्षी प्रजातियों सहित विभिन्न प्रकार के वन्यजीवों का भी समर्थन करता है।
ये केवल कुछ उदाहरण हैं, और भारत में देश भर में कई और वन्यजीव अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान हैं। ये संरक्षित क्षेत्र भारत की अद्वितीय जैव विविधता को संरक्षित करने और लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।