बताया जाता है कि ब्रिटिश में 1600ई. औद्योगिक क्रांति हुई थी। जिस कारण से ब्रिटिश के उद्योग के विकास के लिए उन्हें ऐसे देशों की आवश्यकता थी। जहां से बाजार और कच्चा माल उपलब्ध हो सके।
• इसी क्रम में 1600ई. में ब्रिटिश ने ईस्ट इंडिया कंपनी स्थापित कर व्यापार करने के लिए भारत में आई।
• कंपनी को व्यापार करने के लिए महारानी एलिजाबेथ प्रथम के चार्टर के द्वारा अधिकार प्राप्त थे।
• लगभग 150वर्ष तक ईस्ट इंडिया कंपनी व्यापारिक कार्यों तक सीमित रही।
• 1965ई. में आकर बिहार, बंगाल और उड़ीसा की दीवानी अधिकार ब्रिटिश की ईस्ट इंडिया कंपनी को प्राप्त हो गए। इसी आधार पर ईस्ट इंडिया कंपनी धीरे-धीरे अपनी शक्ति को विस्तृत करने में लग गई।
• 1858ई. में हुए सिपाही विद्रोह के कारण ब्रिटिश ने ईस्ट इंडिया कंपनी से भारत जैसे उपनिवेश को हाथ से निकलने के भय से ब्रिटिश ने संपूर्ण सत्ता अपने हाथों में ले ली।
इसी आधार पर हम ब्रिटिश द्वारा भारत पर हुए शासन को दो कालक्रम में अध्ययन करते हैं।
1. ईस्ट इंडिया कम्पनी का शासन (1773–1858)
2. ब्रिटिश सम्राट का शासन (1858–1947)